क्या आपने कभी सोचा है कि कोई कंपनी आपके शेयर डबल कर दे? जी हाँ, एरोन इंडस्ट्रीज ने ठीक यही किया है। कंपनी ने 1:1 के अनुपात में बोनस शेयर जारी करने की घोषणा की है, जिसके बाद इसके शेयर की कीमत में 6.9% की उछाल आई। लेकिन क्या है यह बोनस शेयर का मतलब? और क्या यह कंपनी आगे भी ग्रोथ करेगी? आइए, विस्तार से समझते हैं।

बोनस शेयर क्या होते हैं?
बोनस शेयर का मतलब है बिना कोई अतिरिक्त पैसा दिए शेयरधारकों को अतिरिक्त शेयर मिलना। एरोन इंडस्ट्रीज ने 1:1 के अनुपात में बोनस शेयर जारी करने का फैसला किया है, यानी अगर आपके पास 100 शेयर हैं, तो आपको 100 और शेयर मुफ्त में मिलेंगे। ये शेयर कंपनी अपने रिजर्व से जारी करती है, न कि निवेशकों से पैसा लेकर।
महत्वपूर्ण जानकारी:
- 1:1 का मतलब है 1 मौजूदा शेयर पर 1 मुफ्त शेयर
- रिकॉर्ड डेट (जिस दिन तक आपके डीमैट अकाउंट में शेयर होने चाहिए) अभी घोषित नहीं हुआ है
- कंपनी का पेड-अप कैपिटल डबल हो जाएगा (10.47 करोड़ से बढ़कर 20.94 करोड़ रुपये)
क्यों उत्साहित हैं निवेशक?
बोनस शेयर का ऐलान आमतौर पर एक पॉजिटिव संकेत माना जाता है:
- कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत है (फ्री रिजर्व से शेयर जारी कर रही है)
- प्रमोटर्स का भरोसा बना हुआ है (65% से अधिक होल्डिंग)
- शेयरों की लिक्विडिटी बढ़ेगी (अधिक शेयर = अधिक ट्रेडिंग एक्टिविटी)
बुधवार को कंपनी के शेयर की कीमत 6.9% बढ़कर 397 रुपये से 425 रुपये तक पहुँच गई। शॉर्ट-टर्म में तो मोमेंटम बना रह सकता है, लेकिन लॉन्ग-टर्म में फंडामेंटल्स मायने रखेंगे।
कंपनी की वित्तीय सेहत कैसी है?
एरोन इंडस्ट्रीज एलिवेटर पार्ट्स और स्टेनलेस स्टील पॉलिशिंग के बिजनेस में है। आइए, इसके फाइनेंशियल्स पर एक नजर डालते हैं:
मैट्रिक | परफॉर्मेंस |
---|---|
रेवेन्यू ग्रोथ | 26% (Q4FY24-25) |
नेट प्रॉफिट | 2.33 करोड़ से 2.75 करोड़ (Q4) |
डेट-टू-इक्विटी | 0.74 (कम कर्ज) |
ROE/ROCE | 17.39% / 16.50% (3-वर्ष औसत) |
प्रमोटर होल्डिंग | 65%+ (मजबूत भरोसा) |
अच्छी बातें:
- रेवेन्यू और प्रॉफिट लगातार बढ़ रहा है (~19% CAGR)
- कर्ज कम है, ROE अच्छा है
- प्रमोटर्स का भरोसा बरकरार है (होल्डिंग कम नहीं हुई)
बिजनेस मॉडल
एरोन इंडस्ट्रीज के दो मुख्य बिजनेस सेगमेंट हैं:
- एलिवेटर सॉल्यूशंस
- लिफ्ट केबिन, ऑटोमैटिक दरवाजे, फायर-रेजिस्टेंट दरवाजे बनाती है।
- रियल एस्टेट और कमर्शियल प्रोजेक्ट्स में डिमांड बढ़ रही है।
- स्टेनलेस स्टील पॉलिशिंग
- डेकोरेटिव शीट्स, PVD कोटिंग, मिरर फिनिश प्रोडक्ट्स।
- कंस्ट्रक्शन और इंटीरियर डिजाइन इंडस्ट्री में इस्तेमाल होता है।
भविष्य की संभावनाएँ
- इंफ्रास्ट्रक्चर और हाउसिंग प्रोजेक्ट्स बढ़ने से एलिवेटर की डिमांड बढ़ेगी।
- स्टेनलेस स्टील प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल रेस्तरां, मॉल, ऑफिस में बढ़ रहा है।
निष्कर्ष
बोनस शेयर का शॉर्ट-टर्म इफेक्ट तो दिख ही रहा है, लेकिन लॉन्ग-टर्म में कंपनी के फंडामेंटल्स मजबूत लगते हैं:
- ग्रोथ सेक्टर (रियल एस्टेट + इंफ्रास्ट्रक्चर)
- कम कर्ज, प्रमोटर्स का भरोसा
- लगातार रेवेन्यू और प्रॉफिट ग्रोथ
रिस्क फैक्टर्स
- माइक्रो-कैप स्टॉक है, वोलेटिलिटी ज्यादा होगी।
- मार्केट सेंटीमेंट पर भी निर्भर करेगा परफॉर्मेंस।
अगर आप लॉन्ग-टर्म निवेशक हैं, तो फंडामेंटल्स देखकर निर्णय ले सकते हैं। वहीं, अगर बोनस शेयर के लिए होल्ड कर रहे हैं, तो रिकॉर्ड डेट का इंतजार करें।
Disclaimer: ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों की हैं, न कि "Finance Solo" की। याद रखें: यह जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है, स्टॉक मार्केट जुआ नहीं, सही जानकारी और धैर्य से ही कमाई होती है| हमेशा खुद की रिसर्च करें य एक्सपर्ट की सलाह लें!